ज़िंदगी चलती है, चलते रहो,
वक़्त के संग खुद को बदलते रहो...
राह मुश्किल हो, तो भी गुज़र जाएगी,
ठोकर खाकर संभलते रहो...
अंधेरा तो जुगनू से भी घबराता है,
सूरज न हो तो चराग़ों सा जलते रहो...
उम्र भर साथ कोई रहता नहीं,
अकेले हो कर भी हँसते रहो...
ना कोई ख़ुशबू, ना हालात स्थिर,
ज़िंदगी हर घड़ी बदलती रहे...
छोटा सा जीवन है, इसको सँवारो,
फूलों सा महको, उजाले बिखेरो...
हर दर्द में एक सीख छुपी होती है,
ग़म की चादर को हटाते रहो...
जो गिरकर भी उठना न जाने,
सफलता की राह वो पाते नहीं...
सपनों को पंख दो, ऊँचा उड़ो,
हवा संग ख़ुद को बहने दो...
जो बीत गया उसे छोड़ आओ,
नए सवेरे की रोशनी सहने दो...
चलो कुछ नया करने का इरादा करें,
हर हाल में मुस्कुराने का वादा करें...
ज़िंदगी को जियो हर लम्हे के संग,
हर क़दम पर उम्मीदों को सजा लो...
- संपादीत काव्य... ✍️
-The Spirit of Zindagi
The Enlighten yourself with Positivity..
मानवी क्षमतांना उंचावणारं क्षितिज..!
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